अपनी नज़र से ना देख अपनी खूबसूरती को,
तुझे हीरा भी पठार लगेगा,
लोग कहते हैं तू चाँद का टुकड़ा है,
मगर तू मेरी नज़र से देख चाँद तेरा टुकड़ा लगेगा.
हर मुलाकात को याद हम करतें हैं,
कभी चाहत कभी जुदाई कि आह भरते है,
यूं तो रोज़ तुम से सपनो मे बात करते हैं पर,
फिर से अगली मुलाकात का इन्तज़ार करते है!!
हर बात यहाँ बात बढ़ाने के लिए है...
यह उम्र जो धोखा है तो खाने के लिए है
उतरे हुए चेहरे में शिकायत है किसी की
रूठी हुई रंगत है मनाने के लिए है.
ये ज़िंदगी तब हसीन होती है...
जब हर दुआ कबूल होती है,
कहने को तो सब अपने है...
पर काश कोई ऐसा हो
जो ये कहे तेरे दर्द से मुझे भी तकलीफ़ होती है...
कुछ पल हमारे साथ रह के तुम्हे लौट जाना था हर बार,
जाते हुए तुम्हारा मूड मूड के हमें देखना अच्छा लगा,
सालों के बाद मिला तुमसे आज मगर बस कुछ लम्हो के लिए,
उस इंतेज़ार के बाद तुमसे मिलना हमें बहुत अच्छा लगा.
कोई हमे प्यार करे ऐसा कोई प्यार नही मिलता
ज़िंदगी भर साथ निभाए ऐसा कोई यार नही मिलता
दिल में है उमंग किसी से प्यार करनेकी
मगर कोई हमे जीई भरके प्यार करे ऐसा कोई दिलदार नही मिलता!!
तरस गए आपके दिदार को ।
फिर भी दिल आप ही को याद करता है ।
हमसे खुश नसिब तो आपके घर का आईना है ।
जो हर रोज आपके हुस्न का दिदार करता है ।
तेरे इंतज़ार का ये आलम है,
तड़प्ता है दिल आखें भी नम है,
तेरी आरज़ू में जी रहे है,
वरना जीने की ख्वाहिश कम है…
ज़ख़्म इतने गहरे है हमको मालूम ना था,
हम खुदी पर वार करते रहे यह ख़याल ना था,
खुद ही लाश बन गये इस ख़याल से के जनाज़े पे वो मेरे आएँगे,
अब इस से ज़्यादा उनके दीदार का इंतिज़ार क्या करे.
मेरी ज़िंदगी तो आप है,
कहाँ जी रहे है हम आप के बिना,
अब तो मौत को सीने से लगाने की
इंतेज़ार मे बैठे है हम.
फ़ासले मिटा कर आपस मैं प्यार रखना,.
दोस्ती का ये रिश्ता हमेशा बरकरार रखना,
बिछड़ जाए कभी आपसे हम,
आँखों मैं हमेशा हमारा इंतज़ार रखना…
अब हमसे इंतेज़ार नही होता…
इतना महेंगा तो किसी का प्यार नही होता…
हम जिसके लिए हुए रुसवा ज़माने मे…
वो अब बात करने को भी तैयार नही होता…
हर एक मुलाकात पर वक़्त का तक़ाज़ा हुआ,
जब से उसे देखा दिल का दर्द ताज़ा हुआ,
सुनी थी सिर्फ़ गाज़ल में जुदाई की बातें,
आज खुद पर बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ.
हम रूठे दिलो को मानने में रह गये..
गैरो को अपना दर्द सुनने मे रह गये..
मंज़िल हमारे करीब से गुज़र गयी..
और हम औरो को रास्ता दिखाने मे रह गये.!!
ज़िंदगी के मायने तुझसे है...
ज़िंदगी की ख्वाशें तुझसे है..
तू क्या जाने तू क्या है मेरे लिए...
मेरी हर साँस का वजूद तुझसे है
तुम आये तो लगा हर खुशी आ गई
यू लगा जैसे ज़िन्दगी आ गई
था जिस घड़ी का मुझे कब से इंतज़ार
अचानक वो मेरे करीब आ गई ……
आदत बदल दू कैसे तेरे इंतेज़ार की
ये बात अब नही है मेरे इकतियार की
देखा भी नही तुझ को फिर भी याद करते है
बस ऐसी ही खुश्बू है दिल मे तेरे प्यार की
आप की यही बात हमको बेकरार करती है,
आप मान की बात दिल मे चुपके क्यो रखते हो.
मूज़े पता हे की आपको हमसे ही प्यार है तो,
आप हमसे प्यार का इज़हार क्यो नही करते हो.
बहुत हो चुका इंतेज़ार उनका,
अब और ज़ख़्म सहे जाते नही,
क्या बयान करें उनके सितम को,
दर्द उनके कहे जाते नही…
रब ने जो रिश्ता आसमान पर लिखा है
उसे दुनिया मे निभाना है
एक नाम तुम्हारा लिखना है
एक नाम हमे बन जाना है
कौन कहता है इश्क़ मे बस इकरार होता है,
कौन कहता है इश्क़ मे बस इनकार होता है,
तन्हाई को तुम बेबसी का नाम ना दो,
क्यूंकी इश्क़ का दूसरा नाम ही इंतेज़ार होता है.
ज़िंदगी तस्वीर भी ओर तक़दीर भी हैं
फराक तो बस रंगो का हैं
मानचाहे रंगो से बने तो तस्वीर
ओर आंजने रंगो से बने तो तक़दीर
जब तुझे पहली बार देखा था,
वो भी था मौसम ए तरब कोई,
याद आती है दूर की बातें,
प्यार से देखता है जब कोई,
हसरत है सिर्फ़ तुम्हे पाने की,
और कोई ख्वाईश नही इस दीवाने की,
शिकवा मुझे तुमसे नही खुदा से है,
क्या ज़रूरत थी तुम्हे इतना खूबसरत बनाने की
प्यार और मौत से डरता कौन है…
प्यार तो हो जाता हे इसे करता कौन है…..!!
हम तो कर दे प्यार मे जान भी
क़ुरबान…
पर पता तो चले हमसे प्यार करता कौन
है…….!!