Izzhaar Hindi Shayari Collection

Hindi Shayari




1.
तुमसे इजहार-ए-इश्क कर तो दूं,
मगर डरती हूं कही तुम्हे खो ना दूं !




2.
कुछ तो बात होगी इश्क में,
वरना यूं ही कोई गैर अपनों,
से इतना करीब नही होता..!




3.
जब भी मैं प्यार की,
कोई बात करता हूं,
समझ लो मैं उससे,
इजहार करता हूं..!




4.
माना मुश्किल है मेरे लिए,
इजहार-ए-मोहब्बत,
और है तुम्हें भी चाहत,
तो यह खता तुम भी,
तो कर सकती हो..!




5.
उनके इजहार पर इंकार कर बैठे,
देख कर आज कल की मोहब्बत,
उनकी मोहब्बत पर सवाल कर बैठे..!




6.
प्यार का इजहार था मुझे,
कोई नया ख्वाब दे गई,
पढ़ने को ली जब किताब,
रखकर उसमें गुलाब दे गई..!




7.
उनकी ये ख़्वाहिश है हम जुबां से,
इज़हार करे हमारी ये आरज़ू है,
वो दिल की जुबां समझ ले !!




8.
एक ख्वाहिश सिरहाने रख दो ना,
आज मुझ पे तुम इनायत कर दो ना,
ज़रा ख़ामोशी से तुम इजहार-ऐ-मोहब्बत,
कर दो ना !!




9.
तरस रहे हैं बड़ी मुद्दतों से हम,
अपनी मोहब्बत का इज़हार लिख दो,
दीवाने हो जाएँ जिसे पढ़ के हम,
कुछ ऐसा तुम एक बार लिख दो !!




10.
चलो आज खामोश प्यार को एक नाम दे दे,
अपनी मोहब्बत को एक प्यारा इंजाम दे दे,
इससे पहले की कही रूठ ना जाए मौसम,
अपने धडकते हुए अरमानों को,
सुरमई शाम दे दे !!




11.
इश्क़ वही है जो हो एकतरफा हो,
इज़हार-ऐ-इश्क़ तो ख्वाहिश बन जाती है,
है अगर मोहब्बत तो आँखों में पढ़ लो ज़ुबान,
से इज़हार तो नुमाइश बन जाती है !!




12.
जब से तुमको देखा है चारों ओर छाए,
हो तुम हीं तुम अब बस यही तमन्ना है,
सदा के लिए मेरे बन जाओ तुम !!




13.
कब उनकी आँखों से इज़हार होगा,
दिल के किसी कोने में हमारे लिए प्यार होगा,
गुज़र रही है रात उनकी याद में,
कभी तो उनको भी हमारा इंतज़ार होगा !!




14.
उन को चाहना मेरी मोहब्बत है,
उन्हें कह न पाना मेरी मजबूरी है,
वो खुद क्यों नही समझता मेरे दिल की बात को,
क्या प्यार का इज़हार करना ज़रूरी है !!




15.
वो सज़दा ही क्या जिसमे सर उठाने,
का होश रहे इज़हार-ए-इश्क़ का मजा तब,
जब मैं बेचैन रहूँ और तू ख़ामोश रहे !!




16.
म में हँसने वाले को रूलाया नहीं जाता,
लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता,
होने वाले हो जाते हैं खुद ही अपने,
किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता !!




17.
तेरी मोहब्बत को तो पलकों पर सजायेंगे,
मर कर भी हर रस्म हम निभायेंगे,
देने को तो कुछ भी नहीं है मेरे पास,
मगर तेरी ख़ुशी मांगने हम खुदा,
तक भी जायेंगे !!




18.
कसूर तो था इन निगाहों का,
जो चुपके से उनका दीदार कर बैठी,
हमने तो खामोश रहने की ठानी थी,
पर बेवफा जुबान इज़हार कर बैठी !!




19.
मेरा दिल आसमाँ उसमें बसा चाँद,
हो तुम तुमको क्या पता कब से,
मेरी जान हो तुम !!




20.
तेरी Lovely आँखों ने,
मुझपे ऐसा Effect किया,
की दिल ने सबको छोड़ के,
तुझको ही Select किया !!




21.
चाह कर भी इश्क़-ए-इज़हार जो,
हम कर ना सके,
हमारी ख़ामोशी पढ़ लो तुम और,
क़ुबूल कर लो हमें !!




22.
आँखों का काजल जुल्फों का गजरा,
बना लिया खुश्बू की तरह हमने,
तुमको दिल में बसा लिया !!




23.
रूठना मत कभी हमें मनाना नहीं,
आता दूर नहीं जाना हमें बुलाना नहीं,
आता तुम भूल जाओ हमें यह तुम्हारी मर्ज़ी है,
हम क्या करें हमें भुलाना नहीं आता !!




24.
तेरी आवाज़ से प्यार है हमें,
इतना इज़हार हम कर नहीं सकते,
हमारे लिए तू उस खुदा की तरह है,
जिसका दीदार हम कर नहीं सकते !!




25.
तेरे हर गम को अपना बना लूँ,
आजा तुझे अपनी पलकों में छिपा लूँ !!




26.
और इतनी भी उदासी किस काम की,
थोड़ा इश्क़ करलो वरना जिंदगी,
किस काम की !!




27.
हयात को तेरा दुश्वार किस तरह करता,
मैं तुझ से प्यार का इज़हार किस तरह करता !!




28.
चलो इश्क के दरिया में डूब जाएं तुम तुम न रहो,
मैं मैं न रहूँ हम दोनों अब एक हो जाएं !!




29.
रूठना अगर तुम्हारी आदत है,
तो तुम्हें मनाना मेरा कर्तव्य है,
तुम हजा़र बार रूठोगी,
तो मैं लाखों बार मनाऊंगा !!




30.
इज़हार-ऐ-याद कहूँ या पूछूँ,
हाल-ऐ-दिल उनका,
ऐ दिल कुछ तो बहाना बता,
उनसे बात करने का !!



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